रविवार, 7 जून 2020

बया हमारी चिड़िया रानी!


बया हमारी चिड़िया रानी!

तिनके लाकर महल बनाती,
ऊँची डाली पर लटकाती,
खेतों से फिर दाना लाती,
नदियों से भर लाती पानी।

तुझको दूर न जाने देंगे,
दानों से आँगन भर देंगे,
और हौज़ में भर देंगे हम-
मीठा-मीठा ठंडा पानी।

फिर अंडे सेयेगी तू जब,
निकलेंगे नन्हे बच्चे तब,
हम आकर बारी-बारी से
कर लेंगे उनकी निगरानी।

फिर जब उनके पर निकलेंगे,
उड़ जाएँगे बया बनेंगे,
हम तब तेरे पास रहेंगे,
  1. तू मत रोना चिड़िया रानी
  2.                                         - महादेवी वर्मा 
  3.                                        (बाल कविता)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें